हमे ऐसी शिक्षा चाहिए जिससे चरित्र का निर्माण हो, मन की शक्ति बढ़े, बुद्धि का विकास हो और मनुष्य अपने पैर पर खड़ा हो सके
शिक्षा के लिए थाली भी बेचनी पड़े तो बेच दो, हाथ पे रोटी रख कर खाओ लेकिन पढ़ो...
जब तक करोड़ों लोग भूखे और अज्ञानी रहेंगे, मैं उस प्रत्येक व्यक्ति को विश्वासघाती मानूंगा, जो उनकी कीमत पर शिक्षित हुआ है और उनकी ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देता है।
शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो।" ... "मैं उस धर्म को मानता हूं जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाता है।" ... "हम सबसे पहले और अंत में भारतीय हैं।" ...
अगर धन दूसरों की भलाई करने में मदद करे, तो इसका कुछ मूल्य है, अन्यथा, ये सिर्फ बुराई का एक ढेर है, और इससे जितना जल्दी छुटकारा मिल जाये उतना बेहतर है
उठो मेरे शेरो, इस भ्रम को मिटा दो कि तुम निर्बल हो। तुम एक अमर आत्मा हो, स्वच्छंद जीव हो, धन्य हो, सनातन हो। तुम तत्व नहीं हो, तत्व तुम्हारा सेवक है तुम तत्व के सेवक नहीं हो।-
तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकता, कोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुमको सब कुछ खुद अंदर से सीखना है। आत्मा से अच्छा कोई शिक्षक नही है। आपकी अपनी आत्मा के अलावा कोई दूसरा आध्यात्मिक गुरु नहीं है
"उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए", "ब्रह्मांड की सारी शक्तियां पहले से ही हमारे भीतर हैं", "खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है".
जीवन में ज्ञान, शांति और मुक्ति के मार्ग को दर्शाते हैं, जैसे कि स्वयं पर विजय प्राप्त करना, वर्तमान क्षण में जीना, और क्रोध व बुराई को प्रेम व ज्ञान से जीतना
जो इंसान बुरे वक्त में सबकी मदद करते है, अक्सर उसके बुरे वक्त में उसकी ही मदद के लिए कोई नहीं होता।
जब तक हम किसी कठिन काम को करने की कोशिश नहीं करते, तब तक वह हमे नामुमकिन ही लगता है